मर्डर एक प्रेम कहानी (सीजन-2) ep3
अभी तक आपने देखा अनुज शास्त्री जी से मिलने के बाद राज के पापा मम्मी से मिलकर आता है जहाँ उसकी मुलाकात विक्रम और अंजलि से भी हो जाती है। विक्रम भी बॉम्बे आना चाहता था राज के मर्डर केस के सिलसिले में ।
फिर अनुज चंडीगढ़ से वापस बॉम्बे को निकल पड़ता है। और बॉम्बे पहुंचकर उसके साथ एक घटना घट जाती है।
अब आगे
भाग -3-
अनुज ने घर पहुंचकर टीवी चलाया।
अनुज- जरा देखे तो सही कैसा मौसम है बोम्बेय का।
नीता- क्यो चंडीगढ़ में टीवी नही है किसी के पास
अनुज-टाइम कहाँ लगा, सुबह गया शाम तक आ गया, चलो तुम खाना लगाओ मैं आता हूँ।
""""नमस्कार आज के मुख्य समाचार में आपका स्वागत है"""
पहले डालते है आज की सुर्खियों में एक नजर
●दिल्ली सांसद बैठक में हुआ हंगामा, हंगामा के बढ़ते बैठक को किया स्थगित
● भारत पाकिस्तान के बीच मन-मुटाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जंग की आशंका
●हिमाचल में गिरी बर्फ, तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस से नीचे
●सिंगर राज के खून के कोई तथ्य नही आये सामने, पुलिस लगातार कोशीश कर रही है।
●राज का गाना "जन्नते" हुआ वायरल , सोइसल मीडिया में हुआ हंगामा , सिर्फ 3 घण्टे पहले हुआ अपलोड और अब तक पांच लाख व्यू और चार हजार लोगों ने किया डाऊनलोड
● दिल्ही में लूटपाट नही हो रही कम…………
………
अनुज के पैरों तले जमीन ही खिसक गई,
बौखलाया हुआ अनुज घर से बाहर निकला रात के 10 बजे उसने गाड़ी को सीधे चौथे गियर में भगाया।
नीता खाना परोसकर आवाज मार रही थी, मगर जब कोई होता तो सुनता, नीता बाहर आई तो टीवी चल रहा था लेकिन अनुज वहॉं नही था,
खिड़की से झाँका तो अनुज की गाड़ी भी नही थी
"कहाँ चले गए ये , बिना बताए" खुद से बोली।
तभी कमरे से जागकर शिला बाहर आई, शायद सो रही थी अभी तक, आंख मलते हुए दीदी के पास आई और बोली - क्या बड़बड़ा रही हो दीदी, और ये टीवी इतना जोर से क्यो चलाया है,
नीता- तेरे जीजू ने चलाया, खाना परोसने को बोले ना जाने कहाँ भाग गए ,
टीवी पर राज का गाना जन्नते का वायरल ऑडियो प्ले किया हुआ था न्यूज़ चेनेल वालो ने जिसके बोल थे-----
(नोट- इसे कविता की तरह नही पढ़े, ये गाना है जो आजतक किसी ने नही गाया है, इसकी लय, धुन, और म्यूजिक लाजवाब है जो आज तक नही बजा।)
ये गाना सुनते हुए शिला सपना देखती है कि राज उसके लिए ये सब गा रहा है
""""याद तेरी सता रही है।
""""""""मुझको क्यो रुला रही है
"""""""पास अपने बुला रही है
"""""""""""""है कहाँ
"""""""""""""'"तु है कहाँ
"""""""""जन्नते पुकारती है।
"""""""मुझको तो पुचकारती है।
""""""""क्यो ये शमा, ये शमा
(""*** राज रेगिस्तान के रेत के एक टीले में खड़ा है, चारो तरफ चमकीली पीली रेत, राज एक मुट्ठी रेत को हाथ मे लेकर उसे हाथ से फिसलाते हुए गोल घूमते हुए ये चार लाइन बोलता है, राज के चेहरे में उदासी है, एक तलाश है जो वर्षो पुरानी मालूम होती है,
उसी रेगिस्तान की दूसरे टीले में शिला अपनी लंबी लहराती चुनरी थामे दौड़ते हुए आ रही है और राज के पास पहुंचने से दस कदम पहले रुक जाती है। और मुस्कराती है। राज भी मुस्कराते हुए आगे की लाइन बोलता है)
""""""मैं मुस्कराउ तो
""""मेरी हँसी तु ही है
,"”""""""”दिल जब मेरा रोता है।
"""""''''मुझमे कही तु होता है।
""""""""""मुझमे कहीं...तू होता है
""""""" मैं खुद से पुछु
""""""""""खुद में तुझे ढूँढू
"""""""मुझमे तू है कहाँ,
"""""'"'तु है कहाँ
"""""""जन्नते पुकारती है
""""""""मुझको निखारती है
""""""ये शमा..ये शमा।
(अब एक नदी है जहाँ एक बड़े से पत्थर में राज खड़ा है, पानी की लहर राज को छूकर निकल रही है और राज नदी पार खड़ी शिला की तरफ इशारे करते हुए गा रहा है, )
""""""" एहसास तेरा
""""""""नादान मेरा दिल है
"""""""हर पल ख्यालो में तू आता है
"""""""मेरे दिल को रुलाता है
""""""""क्यो मुझे सताती तू है
"""""""नजरो में बस तू है
"""""""तू ही बस तू है
"""""""है नही आसां
"""""" इश्क का कारवां
""""""जिस जहाँ में है तू
"""""""जा मिलु तुझे उस जहाँ
(अभी राज बुलेट चला रहा है शिला बुलेट के पीछे बैठी है और बुलेट बहुत तेज लहराते हुए राज चला रहा है और शिला ने दर से उसे पकड़ रखा है।)
""""""जन्नते पुकारती है
"""""मुझको अब निहारती है
"""""""'ये शमा....ये शमा
( शिला टीवी के पास खड़ी ख्यालो में खोई है जैसे ही ख्यालो से बाहर आई, गाना खत्म हुआ )
शिला- ओह माय गॉड.....….ये कैसे वायरल हो गया।
जीजू तभी परेशान होकर घर से निकले होंगे,
नीता- हे, भगवान, अब ये क्या नई मुशीबत आ गयी।
******
दूसरी तरफ एक शानदार बंगले के बाहर तेज ब्रेक की घसीट की आवाज के साथ अनुज ने गाड़ी रोकी, गाड़ी की रफ्तार इतनी थी और अचानक ब्रेक लगाया तो आवाज गूंजी। जल्दी
से गाड़ी में से बाहर निकला, अपनी ही गाड़ी के दरवाजे को पटकते हुए बंगले के अंदर को दौड़ा, गेट पर दो आदमी खड़े थे, जिन्होंने रोकते हुए कहा- आप अंदर नही जा सकते, साहब ने मना किया है।
अनुज- किसी को भी आने से मना किया है या सिर्फ मुझे
आदमी- फिलहाल हर किसी को
अनुज- उनको बोलो अनुज आया है,
(आदमी ने अपने साहब से पूछा तो साहब ने आने की अनुमति दे दी, अनुज अंदर जाता है, वो साहब एक घुमती कुर्सी पर विराजमान थे और उसके सिर में गोल टोपी थी हाथ मे बंदूक, अनुज की तरफ पीठ था)
अनुज- तुमने क्यो किया ये सब, क्या मिल गया मुझे बर्बाद करके,
साहब- बर्बाद.……मैने कब बर्बाद किया
अनुज- देखो मैने तुम्हारे कहने पर राज का मर्डर किया, तुमने कहा कि एक बार चंडीगढ़ के हाल समाचार देख आ, मैं गया, मगर तुमने मेरे गाने के साथ छेड़छाड़ क्यो की……
साहब- देखो,मुझे गुस्सा मत दिलाओ……और इस वक़्त बिना सोचे समझे यहाँ क्यो आ गए।
अनुज- क्योकि मैं जानता था ये घटिया हरकत सिर्फ तुम कर सकते हो, मैने तुमसे दोस्ती का हाथ बढ़ाया था और तुम हर पल धोका दे रहे हो।
साहब- मैं धोका दूँ वो अच्छा है………मगर जिंदगी तुम्हे कब धोका दे देगी तुम नही जानते।
अनुज- तुम मुझे नही मरवाओगे इतना तो भरोसा है मुझे।
साहब- तेरे भरोसे की कद्र है मुझे।
अनुज- विक्रम आएगा बॉम्बे अब, मिला था मुझे
साहब- वो क्यो आ रहा है ।
अनुज- राज के खूनी को पकड़ने।
साहब - (हँसते हुए) जैसे दिव्या का पकड़ा था वैसे ही. हिहिहिहि
अनुज- उसे मुझपर शक है,
साहब- अच्छा, अब मुझसे मिलने मत आना जब तक मैं ना कहता। और हाँ राज का खून तूने किया किसी भी हालत में कबूल मत करना, बाकी मैं संभाल लूँगा, मैंने तुझसे अभी बहुत काम लेने है।
अनुज- अच्छा , अपना नाम तो बता दो, शक्ल नही दिखा सकते तो।
साहब- "नाम बता दिया तो मेरी पहचान बुरा मान जाएगी"
अनुज- सोईब तुम…….
साहब- अब ये सोइब कौन है।
अनुज- "नाम बता दिया तो मेरी पहचान बुरा मान जाएगी" ये डायलॉग तो सोइब का था, वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई(2010 फ़िल्म) जिसमे वो गाना था,
""""" पी लूँ तेरे नीले-नीले नैनों से शबनम
""""""पी लूँ तेरे गीले-गीले होंठों की सरगम
"""""""पी लूँ है पीने का मौसम
""""""तेरे संग इश्क तारी है
"""""तेरे संग इक खुमारी है
""""'तेरे संग चैन भी मुझको
"""""""तेरे संग बेकरारी है...
(गाना गुनगुनाते हुए अनुज बोला"
साहब - तुझे तो बस फिल्मो की , डाइलौगों की ही सुध है, अब तू सिर्फ डायरेक्टर नही है क्रिमिनल भी है, ध्यान रखना अपना, थोड़ा बंदूक चलाना भी सिख ले गिटार बहुत बजा लिया।
अनुज- लालच और मजबूरी सब सीखा देती है।
(कहकर अनुज वहाँ से चला आता है)
*******
सुबह होती है, विक्रम भी अंजलि के साथ बॉम्बे को रवाना हो गया है।
अंजलि- चलो अच्छा हुआ ट्रांसफर के लिए मान गए, नौकरी तो बच गयी।
विक्रम- क्यो नही मानते उन्हें भी तो बहादुर पुलिस ओफिसरो की जरूरत है।
अंजलि- अच्छा जी……अपनी तारीफ खुद ही।
विक्रम- (हँसते हुए) याद है हमारी पहली मुलाकात ,
अंजलि- (अचानक मायूस हो जाती है) हाँ…… मुझे राज ने ही तुमसे मिलाया, और बहुत हेल्प की आपने मेरी
विक्रम- अरे...तुम फिर उदास हो गयी। राज का थेंक्स बोलो और भगवान से प्राथना करो उसकी आत्मा को शांति मिले,।
अंजलि- जब तक कातिल पकड़ा नही जाता, शांति तो नही मिलेगी उसे।
विक्रम- हम जा रहे है ना, मैं उसे जरूर पकड़ लूँगा।
(दोनो इसी तरह बातो बातो में बॉम्बे एअरपोर्ट पहुंच गए, फिर एअरपोर्ट से जाए तो कहाँ, तो विक्रम ने राज के घर के आसपास कही कमरा किराए पर लेने की सोची)
विक्रम के एक हाथ मे बैग है जिसमे उनके कपड़े, वर्दी, वगेरा है, और एक शुटकेश भी है , अंजली भी एक शुटकेश को पहिये के सहारे खींचते हुए ले जा रही है,
विक्रम- बस अनुज को हमारा एड्रेस नही पता लगना चाहिए, और ना ही ये की तुम भी मेरे साथ आई हो।
अंजलि- लेकिन अनुज से क्यो छिपाना।
विक्रम- हम अभी किसी पर यकीन नही कर सकते।
अंजलि- लेकिन वो तो राज के दोस्त थे, और चंडीगढ़ भी तो आये उसकी फैमिली से मिलने, और तो कोई नही आया
विक्रम- यही तो मैं सोच रहा हूँ कोई और क्यो नही आया।
अंजलि- ये भी तो हो सकता है कि राजीव ने ये सब किया हो।
विक्रम- ये नामुमकिन है, क्योकि राजीव मर चुका है।
अंजलि- तुम्हे कैसे पता।
विक्रम- राजीव को ढूंढने में समय बर्बाद ना करू ये सोचकर शास्त्री जी ने मुझे बता दिया कि राज ने राजीव की हत्या कर दी थी। और इसी लिए वो जेल से खुद को छुड़ाने के लिए कोई कोशिश नही कर रहा था,
अंजलि- कोशिश क्यो नही कर रहा था,
विक्रम- अगर कोशिश करता तो वो पहले रिहा हो जाता, पहले रिहा हो जाता तो पुलिस राजीव की खोज करती, हो सकता था पुलिस को राजीव की लास मिल जाती, इसलिए उसने इंतजार किया ताकि लाश पूरी तरह नष्ट हो जाये।
अंजलि- तो दिव्या का मौत का बदला उसने राजीव की मौत से लिया।
विक्रम- हां, इसलिए राजीव तो नही हो सकता, ये तो कन्फर्म है। लेकिन और किसी से क्या दुश्मनी थी राज की।
अंजलि- अब ये तो भगवान ही जाने।
इसी तरह वो अपने रूम में पहुंचे, सारा सामान सेट किया
******
अनुज अभी सोके उठा ही था, की महेश भट्ट का फोन आया जिन्होंने बहुत खरी खोटी सुनाई, ऐसे बर्बाद ही करना था राज का गाना, तब तो बड़े गुरुर बोल रहा था उसके कातिल के मिलने के बाद रिलीज करूँगा, मिल गया क्या कातिल।
अनुज- (फोन काटते हुए) सुबह सुबह मूड खराब कर दिया। अब सारा दिन बर्बाद जाएगा।
नीता- तुम क्या बड़बड़ा रहे हो, रात को कहाँ चले गए थे, आकर खाया भी नही सो गए,पता चला उस अपलोडर का, कौन है वो।
अनुज- तू बड़ा इंटरेस्ट ले रही है, चल जाके चाय बना दे जो हो गया सो हो गया।क्या फायदा अब।
नीता- इतने हल्के में क्यो ले रहे हो,उसे जेल डाल सकते है, उसपर मुकदमा कर सकते है।
अनुज- जरूरत नही है, अपनी पावर अपने पास रख,
नीता- पावर से याद आया हमारे स्टेशन में नया इंस्पेक्टर आया है शुक्ला जी की जगह पर……
अनुज- क्या नाम है।
नीता- कोई विक्रम नाम का है।
(विक्रम सुनकर अनुज के होश उड़ गए)
नीता- क्या हुआ, टेंशन मुझे होनी चाहिए, आपको हो रही है।
अनुज- तुझे किस बात की टेंशन
नीता- नया बॉस है, ना जाने कैसा होगा।
अनुज- एकदम कड़क है, गुस्से वाला भी और बाल की खाल निकालता है, जो केस हाथ मे लेता है, उसे पूरा करता है भले ही कोर्ट फ़ाइल बन्द कर दे उस केस की।
नीता- आप बहुत जानते हो उसे, कैसे
अनुज- राज जब जेल गया था तो उसकी पोस्टिंग थी उसने खुद छानबीन की और अनुज को रिहा कराया। अब वो राज के खूनी तक पहुंच के ही सांस लेगा।
नीता- ये तो खुशी की बात है। तब तो अच्छा ही हुआ, शुक्ला जी को मूंगफली खाने से फुरसत नही मिलती थी, वो क्या राज के कातिल को पकड़ते।
(नीता के लिए भले ही ये खुशी की बात थी मगर अनुज के गले पर खतरे की घंटी बनकर आया था विक्रम, शायद इसलिए अनुज टेंशन में था)
शिला कही काम से जा रही थी । ये संयोग था कि कोई बाहर घंटी बजाने की सोच रहा था कि शिला ने पहले दरवाजा खोल लिया, अचानक दरवाजे पर किसी को खड़ा पाया तो वो डर गई,
शीला- कौन हो तुम और यहाँ क्या कर रहे हो।
आदमी- आपका बहुत बड़ा फैन हूँ, दिलदार, इश्क नही आसां, पागल आशिक़, आपकी सारी मूवी देखी है। मुझे ऑटोग्राफ चाहिए
शीला- तो ऑटोग्राफ चाहिए तो घर पर ही क्यो आ गए
आदमी - आपका नही राज का ऑटोग्राफ चाहिए।
( अनुज और नीता को लगा किससे बात कर रही है शिला तो वो देखने आए)
अनुज के पैरों तले जमीन ही खिसक गई, वही हुआ जिसका उसे डर था।
("कौन था वो जो अनुज के घर आया और अनुज के पैरों तले जमीन खिसक गई" जानेंगे अगले एपिसोड में , लेकिन आपको यदि समझ आये कौन हो सकता है कॉमेंट करके बताये देखते है कितनो का सही होता है)
Abhinav ji
23-Aug-2022 07:46 AM
Nice
Reply
🤫
27-Apr-2022 08:36 PM
अब ये क्या नया बवाल ,,, क्या विक्रम नीता अनुज अंजली सभी एक ही जगह इकठे हो गए हैं?
Reply
Reyaan
26-Apr-2022 03:57 PM
Very nice
Reply